रविवार, 19 मई 2019

Black Beauty - 20


20. मेरा आख़िरी घर  

मिस्टर थॉरोगुड मेरे साथ बहुत दयालु थे, और उनके फार्म पर मैंने बहुत अच्छा वक्त गुज़ारा.
मुझे ऐसा लग रहा है, जैसे मैं जवान हो रहा हूँ,’ मैंने सोचा. मगर अब मैं जवान घोड़ा नहीं था. 
मिस्टर थॉरोगुड ने साईस से कहा, “हमें जैक के लिए बढ़िया घर ढूँढ़ना होगा – एक ऐसी जगह जहाँ उसके लिए काम तो हो, मगर न तो ज़्यादा मुश्किल हो और न बहुत ज़्यादा.”
“रोज़ हॉल की बूढ़ी महिलाएँ एक अच्छे घोड़े की तलाश में हैं जिससे वे अपनी छकड़ा गाड़ी में जा सकें. वे बहुत ताकतवर नहीं हैं, और उन्हें जवान घोड़ा नहीं चाहिए जो बहुत तेज़ चलेगा या फिर भाग जाएगा.”
मिस्टर थॉरोगुड ने इस बारे में सोचा. फिर वह बोले, “अगर जैक उन्हें पसन्द आ जाए, तो यह उनके लिए बहुत सही घोड़ा है. मगर जब वे उसकी टाँगों पर चोट के निशान देखेंगी तो घबरा जाएँगी. कल हम इसे रोज़ हॉल ले जाएँगे और कहेंगे कि वे इसे देख लें.”
तो अगली सुबह साईस ने मुझे सँवारा और मेरे काले बालों को ख़ूबसूरत बना दिया, और तब मिस्टर थॉरोगुड मुझे रोज़ हॉल लाए.
बूढ़ी महिलाएँ घर पर ही थीं, मगर गाड़ीवान बाहर गया था. उनमें से एक बूढ़ी औरत मिस एँलेन ने मुझे देखते ही पसन्द कर लिया.
“इसका चेहरा बहुत अच्छा और दयालु है,” उसने कहा. “मुझे मालूम है कि हम इससे प्यार करेंगे.”
“यह बहुत अच्छा है,” मिस्टर थॉरोगुड ने कहा, “मगर मुझे उसकी टाँगों के निशान आपको दिखाने होंगे. यह एक बार गिर चुका है.”
“ओह,” मिस एँलेन की बड़ी बहन ने कहा. “क्या तुम सोचते हो कि वह फिर से गिरेगा?”
“मैं ऐसा नहीं सोचता,” मिस्टर थॉरोगुड ने जवाब दिया. “कई घोड़ों के जिस्म पर चोट के निशान बुरे सवार की वजह से होते हैं. मेरा ख़याल है, कि जैक के गिरने की यही वजह रही होगी. मेरे पास यह पिछले कुछ हफ़्तों से है और वह बहुत अच्छी तरह रहा है. क्या आप इसे परखना चाहेंगी, मिस ब्लूमफील्ड? कल अपने गाड़ीवान को भेज दीजिए और उसे जैक को कुछ दिनों तक परख लेने दीजिए.”
बूढ़ी महिला ख़ुश नज़र आई. “आपने हमें हमेशा अच्छे घोड़े बेचे हैं, मिस्टर थॉरोगुड,” उसने कहा. “थैन्क्यू, हम ऐसा ही करेंगे.”
अगली सुबह एक ख़ूबसूरत नौजवान मिस्टर थॉरोगुड के फार्म पर आया, उसने मुझे देखा और मेरी टाँगों पर चोट के निशानों को भी देखा. फिर उसने मिस्टर थॉरोगुड से पूछा :
“तुम मेरी मालकिनों को ऐसा घोड़ा क्यों बेच रहे हो, जो बुरी तरह गिर चुका हो?”
किसान ने जवाब दिया, “जब तक तुम और महिलाएँ इसे जाँच-परख नहीं लेते, मैं इसे नहीं बेच रहा हूँ. मेरा ख़याल है कि तुम्हें यह पसन्द आयेगा. मगर यदि पसन्द न आए तो वह यहाँ वापस आ सकता है.”
साईस मुझे रोज़ हॉल में लाया. उस शाम को वह मुझे सँवारने लगा. जब वह मेरा चेहरा मल रहा था, तो वह रुक गया और सफ़ेद सितारे की ओर देखने लगा.
यह तो बिल्कुल ब्लैक ब्यूटी वाले सितारे जैसा है,” उसने कहा. “इसका सिर भी ब्लैक ब्यूटी के सिर जैसा है. काश, मुझे मालूम होता कि ब्लैक ब्यूटी अब कहाँ है!”
जब वह मेरे पीछे आया तो फिर से रुक गया.
“यहाँ एक छोटा सा सफ़ेद निशान है, बिल्कुल ब्लैक ब्यूटी के निशान जैसा.”
साईस मेरे पीछे खड़ा होकर मुझे देखने लगा. “ब्लैक ब्यूटी का सितारा! ब्लैक ब्यूटी का एक सफ़ेद पैर! पीठ पर ब्लैक ब्यूटी का सफ़ेद निशान! यह ब्लैक ब्यूटी है! तुम ब्लैक ब्यूटी हो, हो न, मेरे पुराने दोस्त? ब्यूटी! ब्यूटी! तुमने मुझे पहचाना? मैं छोटा जो ग्रीन हूँ, और मैने एक बार गलती से तुम्हें करीब-करीब मार ही डाला था.” और वह मुझे थपथपाने लगा, थपथपाता ही रहा.
मुझे तो एक छोटे बच्चे की याद थी, मगर यह एक बड़ा आदमी था. मगर मैंने देखा कि वह जो ग्रीन ही है, और मुझे बहुत ख़ुशी हुई. मैं अपनी नाक उसके पास ले गया और मैंने उसे यह दिखाने की कोशिश की कि हम दोस्त हैं. मैंने इससे पहले किसी आदमी को इतना ख़ुश नहीं देखा था.
“तुमने बहुत मुसीबतें उठाई हैं,” उसने कहा, “मगर हम तुम्हें यहाँ ख़ुश रखने की कोशिश करेंगे. अगले दिन जो ने फिर से मुझे सँवारा और एक बहुत बढ़िया छकड़े में जोता. मिस एँलेन मुझे जाँचना चाहती थीं और जो ग्रीन उनके साथ गया. वह एक बढ़िया चालक थीं और मुझसे ख़ुश हो गईं. मैंने जो को उन्हें मेरे बारे में बताते हुए सुना और यह भी कहते हुए सुना कि मैं ज़मीन्दार गॉर्डन का पुराना ब्लैक ब्यूटी ही हूँ. जब हम रोज़ हॉल वापस आए, तो मिस ब्लूमफील्ड दरवाज़े पर आईं. “यह एक ख़ूबसूरत घोड़ा है.” उसने कहा. “क्या यह आज्ञाकारी भी है?”
“हाँ,” मिस एँलेन ने कहा. “यह बहुत अच्छा है! और क्या तुम जानती हो कि यह कौन है? इसका नाम है ब्लैक ब्यूटी, और यह ज़मीन्दार गॉर्डन के पास बर्टविक पार्क में था. हमारी प्यारी दोस्त मिसेज़ गॉर्डन उसे बहुत चाहती थी. जो कहता है, कि इस घोड़े ने मिसेज़ गॉर्डन की जान बचाई और उनके लिए अपने आप को करीब करीब मार ही डाला. मैं मिसेज़ गॉर्डन को लिखूँगी. उन्हें यह जानकर बहुत ख़ुशी होगी कि ब्लैक ब्यूटी यहाँ हमारे पास है.”
अगले दिम मुझे बग्घी में जोता गया, और मिस ब्लूमफील्ड सैर को निकलीं, वह मुझसे ख़ुश थीं, मैंने उन्हें मिस एँलेन से कहते हुए सुना, “हम इस घोड़े को ख़रीद लेंगे और उसे उसके पुराने नाम ब्लैक ब्यूटी से ही पुकारेंगे.”
मुझे इस ख़ुशगवार जगह पर रहते हुए एक साल हो गया है. जो बेहतरीन और सबसे अधिक दयालु साईस है, और हर कोई मुझसे प्यार करता है. महिलाएँ कहती हैं कि वे मुझे कभी नहीं बेचेंगी, इसलिए मुझे अब कभी, किसी चीज़ से डरने की ज़रूरत नहीं है. मैं, जब तक हो सकेगा, उनके लिए ख़ुशी ख़ुशी काम करूँगा. अच्छा मालिक और बढ़िया खाना तथा अच्छी देखभाल मिल जाए तो घोड़ा अपनी पूरी ताकत से काम करता है.
अच्छा लगता है सुरक्षित रहना और फिर से सबका प्यार पाना!

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Black Beauty - 19




19. एक और परिवर्तन

हमने उस महिला को उसकी ट्रेन तक छोड़ा. उसका नाम था मिसेज़ फॉव्लर. वह बहुत अमीर मगर सहृदय थी, और वह जैरी को इसलिए जानती थी, क्योंकि पॉली ने एक बार उसके देहात के घर में काम किया था. उसने पॉली और दोनों बच्चों के बारे में बहुत सारे सवाल पूछे. फिर वह बोली, “और जैरी, तुम ख़ुद कैसे हो? क्या ठण्डी और नम आबोहवा तुम्हें अब भी हर साल बीमार बना देती है?”
“हाँ, मिसेज़ फॉव्लर, पिछली जनवरी में मैं बीमार पड़ गया था.”
मिसेज़ फॉव्लर को बहुत दुख हुआ. “तुम्हें दूसरा काम ढूँढ़ना चाहिए, जैरी तुम गाड़ीवान का काम और नहीं कर सकते. हर मौसम में कैब में बाहर बैठने से तुम बीमार हो जाते हो.”
“मैं देहात में ही कोई काम करना पसन्द करूँगा. यह पॉली और बच्चों के लिए भी अच्छा रहेगा. मगर देहात में करने के लिए मेरे पास ज़्यादा काम नहीं है.”
जैरी हर साल बीमार पड़ जाता था, मगर वह काम करना बन्द नहीं कर सकता था, और उसकी बीमारी बढ़ती जाती थी.
पॉली इस बारे में रोती रहती, मगर वह नहीं जानती थी कि क्या करे.
फिर एक दिन, जब मैं पाँच साल तक कैब-घोड़े का काम कर चुका था, पॉली के लिए एक चिट्ठी आई. यह मिसेज़ फॉव्लर की चिट्ठी थी:

प्रिय पॉली,
मेरे साईस को दूसरा काम मिल गया है और वह अगले
महीने जाना चाहता है. उसकी बीबी भी उसके साथ
जा रही है, और वह मेरी
मिसरानी है.
क्या तुम मेरे लिए काम करना पसन्द करोगे? –
जैरी – मेरा साईस और कोचवान (हैरी उसकी मदद कर सकता है),
और तुम मेरी मिसरानी बनोगी? अगर तुम लोग आए, तो
एक छोटा सा घर भी है.
प्लीज़, हाँ कहना!
तुम्हारी
मैरी फॉव्लर
जैरी और पॉली दो दिनों तक इस बारे में बातें करते रहे. यह प्रस्ताव इतना अच्छा था, जिसका उन्होंने सपना तक न देखा था. फिर पॉली ने जवाब लिखा, उसने लिखा कि जैरी और पॉली को मिसेज़ फॉव्लर के लिए काम करने में बहुत ख़ुशी होगी.
मुझे उनके लिए बहुत ख़ुशी हुई, मगर मैं यह सोचकर उदास था कि अब मुझे एक नए मालिक के पास जाना पड़ेगा. मुझे जैरी, पॉली और दोनों बच्चों से बहुत प्यार था.
जैरी के कुछ कैब-चालक दोस्त मुझे लेना चाहते थे, मगर जैरी मेरे लिए एक बेहतर घर चाहता था.
“जैक की उम्र बढ़ रही है”, उसने कहा, “और कैब-घोड़े का काम बहुत मुश्किल होता है.”
जैरी, पॉली और बच्चे जब जाने ही वाले थे, तब जैरी ने मुझे एक किसान को बेचा, जो लन्दन से बाहर पास ही में रहता था.
यह मिस्टर थॉरोगुड घोड़ों के बारे में काफ़ी कुछ जानता था. “मैं तुम्हारे घोड़े जैक को ले लूँगा”, उसने कहा, “मैं उसे बेहतरीन खाना दूँगा और कुछ हफ़्तों तक अच्छे खेत में रखूँगा फिर मैं उसके लिए एक नया मालिक ढूँढूँगा – कोई ऐसा, जो अच्छा और भला हो.”
तो मिस्टर थॉरोगुड मुझे ले गए. यह अप्रैल का महीना था, और जनवरी-फरवरी में जैरी जो बीमार पड़ा था, वह अभी तक ठीक नहीं हुआ था, हाँलाकि उसकी तबियत सँभल रही थी. वह पॉली, हैरी और डॉली के साथ बाहर आया, आख़िरी बार मुझे थपथपाने.
“तुम ख़ुश रहोगे, प्यारे बूढ़े जैक,” डॉली ने कहा. “मैं तुम्हें हमेशा याद रखूँगी.”

शुक्रवार, 17 मई 2019

Black Beauty - 18



18. जैरी बार्कर

हम निचली सड़क पर उतरे और वहाँ से कैब-स्टैण्ड पर आए. जैरी वहाँ इंतज़ार कर रही घोड़ा गाड़ियों की कतार में सबसे अन्त में खड़ा हो गया.
एक बड़ा गाड़ीवान अन्य गाड़ीवानों के साथ मुझे देखने आया. यह गवर्नरथा, जो सभी गाड़ीवानों से उम्र में बड़ा था.
उसने मेरी ओर देखा और मेरी गर्दन, मेरे शरीर और मेरी टाँगों को छुआ.
“हाँ,” यह तुम्हारे लिए बेहतरीन घोड़ा है, जैरी बार्कर. अगर तुमने इसके लिए ज़्यादा पैसे दिए हों, तब भी तुमने यह अच्छा काम किया है.   
लन्दन कैब-घोड़े के रूप में कुछ दिनों तक मेरा काम बहुत मुश्किल था. यह महान शहर मेरे लिए नई जगह थी. शोर, हज़ारों लोग, घोड़े, गाड़ियाँ, छकड़े और रास्तों को घेरती हुई अन्य चीज़ें – इस सबसे शुरू में तो मैं बहुत नाख़ुश था. मगर जल्दी ही मुझे पता चल गया, कि जैरी बहुत अच्छा गाड़ीवान है, और उसे भी यह मालूम हो गया, कि मैं कड़ी मेहनत करने के लिए तैयार हूँ, इसके बाद हमारा काम अच्छा चल पड़ा.
जैरी ने मुझे कभी चाबुक नहीं मारा. कभी-कभी वह मुझे चाबुक से सिर्फ छू देता था और उसका यह छूना मुझसे कह देता था – चलो!मगर बाकी वक्त में मुझे उसके लगाम घुमाने के तरीके से पता चल जाता था कि वह मुझसे क्या चाहता है.
कैप्टेन को और मुझे हमेशा अच्छी तरह सँवारा जाता, हमें अच्छा खाना मिलता और साथ ही साफ़-सुथरा अस्तबल.
कभी-कभी जैरी ऐसे किसी आदमी को बिठाने से इनकार कर देता, जो जल्दी जाना चाहता हो. “नहीं,” वह कहता, “तुम इसलिए जल्दी जाना चाहते हो, क्योंकि तुम आलसीपन कर रहे थे. तुम्हें जल्दी निकलना चाहिए, तब तुम बिना जल्दी मचाए ठीक-ठाक पहुँच जाओगे.”
अगर वे उसे ज़्यादा पैसे देना चाहते, तो भी वह “आलसी” लोगों की मदद करने के लिए अपने घोड़े को जल्दी नहीं दौड़ाता.
मगर जब मुझे लन्दन की सड़कों की आदत हो गई तो हम बाकी सभी गाड़ियों से तेज़ जाने लगे. “अब अगर किसी को फ़ौरन कहीं पहुँचना हो, तो हम जल्दी जाने के लिए तैयार हैं, है न जैक?” जैरी मुझे थपथपाते हुए कहता.
हमें लन्दन के अस्पतालों तक पहुँचने के छोटे रास्ते मालूम थे, और कभी-कभी आपात स्थिति आने पर हम आनन-फ़ानन में वहाँ पहुँच जाते.
बारिश के एक दिन हमने एक आदमी को उसके होटल तक छोड़ा ही था, कि एक ग़रीब औरत जैरी से बात करने लगी. उसकी बाहों में एक छोटा बच्चा था, जो बहुत बीमार लग रहा था.
“क्या तुम मुझे सेंट थॉमस अस्पताल का रास्ता बता सकते हो?” उसने पूछा. “मैं गाँव से आई हूँ और मुझे लन्दन में कुछ भी मालूम नहीं है. डॉक्टर ने मुझे सेंट थॉमस अस्पताल के लिए पर्ची लिखकर दी है. कहता है, कि यह अस्पताल ही मेरे बच्चे की ज़िन्दगी बचा सकता है.”
“वह बहुत दूर है, डियर,” जैरी ने कहा, “तुम वहाँ तक नहीं चल सकतीं – इस बारिश में, और बच्चे को हाथों में लिए. गाड़ी में बैठ जाओ और मैं तुम्हें वहाँ तक ले चलूँगा.”
“धन्यवाद, मगर मैं ऐसा नहीं कर सकती. मेरे पास पैसे नहीं हैं.”
“पैसे के बारे में कौन पूछ रहा है? मैं एक बाप हूँ और बच्चों से प्यार करता हूँ, तुम्हें वहाँ ले जाने में मुझे ख़ुशी होगी. प्लीज़, अन्दर आ जाओ.”
उसने गाड़ी में बैठने में उस औरत की मदद की. वह रो रही थी, और इसने उसकी बाँह थपथपाई. फिर वह उठा और उसने लगाम थामी. “चलो, जैक,” उसने कहा, “चलें!”
अस्पताल पहुँच कर जैरी ने उस जवान औरत को सामने वाले बड़े गेट से अन्दर जाने में मदद की.
“थैंक्यू, थैंक्यू!” वह बोली, “तुम एक अच्छे, दयालु आदमी हो.”
एक महिला अस्पताल से बाहर आ रही थी. उसने इन शब्दों को सुना और “अच्छे, दयालु” आदमी की ओर देखा.
“जैरी बार्कर!” वह बोली.

Black Beauty - 17


17. लन्दन की कैब का घोड़ा

देहात में पले-बढ़े घोड़े के लिए लन्दन एक अचरजभरी जगह थी, शोर-गुल और चहल-पहल से भरपूर.
इस महान शहर की सड़कें घोड़ों और टट्टुओं से, घोड़ागाड़ियों और छकड़ों से – याने कि हर उस चीज़ से जो पहियों पर चल सकती है – भरी हुई थी. रात का वक्त था, मगर जितने आदमी यहाँ स्ट्रीट-लैम्पों के नीचे थे, उतने मैंने पहले कभी नहीं देखे थे.
यहाँ रास्ते, रास्ते और रास्ते थे. आख़िरकार मेरे नए मालिक ने किसी को आवाज़ दी : “हम वापस आ गए.” हम एक रास्ते पर जा रहे थे जहाँ एक जगह, कैब स्टैण्ड पर एक के पीछे एक बहुत सारी घोड़ा गाड़ियाँ खड़ी थीं.
“हैलो, जैरी!” जवाब आया, “क्या तुम्हें अच्छा घोड़ा मिला?”
“मेरा ख़याल है कि मिला है. यह देखने में तो बहुत बढ़िया है.”
“मुझे बड़ी ख़ुशी हुई, जैरी. गुड नाइट!”
फिर हम फ़ौरन एक रास्ते पर ऊपर की ओर गए, और फिर एक और रास्ते पर आए, जहाँ एक ओर छोटे-छोटे, दिखने में मामूली से घर थे और दूसरी तरफ़ अस्तबल और घोड़ागाड़ियों के रखने की जगह थी.
मेरे मालिक ने मुझे एक छोटे से घर के सामने रोका और पुकारा : “क्या तुम लोग अभी तक जाग रहे हो?”
दरवाज़ा खुला और एक जवान औरत एक छोटी लड़की और एक लड़के के साथ भागकर बाहर आई. जब मेरा मालिक काठी से नीचे उतरा तो वे ख़ुशी से चिल्लाए : “हैलो! हैलो! हैलो!”
“लो, मैं आ गया. और देखो, ये मैं क्या लाया हूँ!” उसने कहा. “तो, हैरी, अस्तबल का दरवाज़ा खोलो, और मैं इसे अन्दर लाता हूँ.”
जल्दी ही हम छोटे-से अस्तबल में थे. औरत के हाथ में एक लैम्प था, और वे मेरी ओर देख रहे थे.
“क्या ये अच्छा है, पापा?”
“हाँ, डॉली, उतना ही अच्छा, जितनी कि तुम हो! आओ और उसे थपथपाओ.”
फ़ौरन एक नन्हा सा हाथ मुझे थपकी देने लगा. छोटी बच्ची को ज़रा भी डर नहीं लग रहा था और मैं जान गया था, कि वह बहुत भली है, और मैं उससे प्यार करने वाला हूँ.
“मैं इसके लिए अच्छा खाना लाती हूँ, जैरी,” औरत ने कहा, “और तुम इसकी मालिश करो.”
“हाँ, यही हम सब करते हैं, पॉली,” वह बच्चों से मुख़ातिब होकर बोला. “जब घोड़ा मेहनत करके भीग गया हो, तो हमेशा उसकी मालिश करो. इससे उनका बदन ठण्डा होने पर उन्हें सर्दी नहीं लगेगी.”
जैरी अपनी बीबी पॉली से, और अपने बारह साल के बेटे हैरी, तथा आठ साल की बेटी डॉली से बहुत प्यार करता था. वे सब भी उससे बहुत प्यार करते थे. इनसे ज़्यादा सुखी लोग मैंने पहले कभी नहीं देखे. वे बहुत ग़रीब थे, क्योंकि गाड़ीवान को कभी भी ज़्यादा पैसे नहीं मिलते, मगर वे बहुत भले थे, और ऐसा लगता था कि उनका प्यार इस छोटे से घर से होकर अस्तबल तक आता था.
जैरी के पास अपनी कैब और दो घोड़े थे. दूसरा घोड़ा बड़ा, बूढ़ा, सफ़ेद था. उसका नाम था कैप्टेन. उस रात कैप्टेन ने मुझे लन्दन के कैब-घोड़ों के बारे में बताया.
“लन्दन जैसे बड़े शहर में इधर से उधर जाने के लिए लोग हैंन्सम-कैब या घोड़ा-टैक्सी का इस्तेमाल करते हैं. हैन्सम-कैब खड़ी दुपहिया गाड़ी होती है, जिसके अन्दर सीटें और एक टप होता है. गाड़ीवान टप के बाहर ऊँची सीट पर बैठता है.”
“कैब में, एक वक्त में, हम दोनों में से कोई एक ही घोड़ा जोता जाता है,” उसने कहा. “हमारा मालिक सोमवार से शनिवार तक रोज़ सोलह घण्टे काम करता है. यह बहुत मुश्किल काम है, मगर जैरी कभी भी बुरा बर्ताव नहीं करता. कई गाड़ीवान दुष्ट होते हैं, मगर जैरी वैसा नहीं है. तुम उससे प्यार करने लगोगे.”
कैप्टेन गाड़ी के साथ सुबह गया. स्कूल के बाद हैरी अस्तबल में आया, मुझे खाना और पानी देने के लिए.
जब जैरी खाना खाने के लिए घर आया, तो पॉली ने गाड़ी की सफ़ाई की, और हैरी ने मुझ पर ज़ीन कसने में जैरी की मदद की. उन्होंने मेरी कॉलर और ज़ीन के अन्य भागों को कसने में काफ़ी वक्त लिया, ताकि वह मुझ पर सख़्ती से न घिसे और मेरे बदन पर फ़फ़ोले न पड़ जाएँ. यह बहुत ज़रूरी था. यहाँ बेयरिंग लगाम नहीं थी, और मुखरी भी नहीं चुभती थी.
“मेरा ख़याल है, कि वह इस तरह ख़ुश रहेगा.”
“इसका नाम क्या है?” पॉली ने पूछा.
जिस आदमी ने इसे बेचा उसे मालूम नहीं था. क्या हम इसका नाम जैक रखें, पॉली, पिछले घोड़े की तरह?”
तो, इस तरह नए नाम के साथ मैं लन्दन के कैब-घोड़े के रूप में काम करने लगा.

गुरुवार, 16 मई 2019

Black Beauty - 16



16. बेचा गया.

मैं बड़ी देर तक वहाँ इंतज़ार करता रहा. दर्द भयानक था और कभी-कभी मुझे लगता कि मैं फिर से गिर पडूँगा .
आख़िरकार मैंने मैक्स की और छकड़े की आवाज़ सुनी जो पत्थरों के ऊपर से आ रहे थे. मैंने चिल्लाकर मैक्स को पुकारा, और उसने जवाब दिया.
छकड़े में दो साईस थे. वे रुबेन को ढूँढ़ने आए थे. उनमें से एक कूदकर रास्ते पर निश्चल पड़े शरीर की ओर गया.
“यह रुबेन है,” उसने कहा, “यह मर गया है – ठंडा और मुर्दा!”
दूसरा साईस छकड़े से कूदकर मेरे पास आया. छकड़े के लैम्प की रोशनी में उसने देखा कि मेरे पैर बुरी तरह से कटे हैं और उनमें से ख़ून बह रहा है.
“ब्लैक ब्यूटी गिर गया था!” उसने कहा
“ब्लैक ब्यूटी! हमने कभी सोचा भी न था, कि वह गिर पड़ेगा. क्या हुआ था?”
उसने मुझे छकड़े की ओर ले जाने की कोशिश की और मैं फिर से करीब-करीब गिर ही पड़ा.
“ओह!” उसने कहा, “ब्लैक ब्यूटी का पैर भी ज़ख़्मी है. देखो, यह कितनी बुरी तरह कटा है! और नाल भी नहीं! रुबेन तो कभी बिना नाल के घोड़े पर सवार नहीं होता. मुझे डर है कि यह शराब की ही वजह से हुआ होगा! मैं उसके बदन को सूँघ सकता हूँ.”
उन्होंने रुबेन के शरीर को छकड़े में डाला और एक साईस उसे अर्ल्स हॉल की ओर ले चला. दूसरे आदमी ने बड़ी अच्छी तरह से मेरे ज़ख़्मों को साफ़ करके उन पर पट्टी बांधी, मेरे ज़ख़्मी पैर पर कपड़ा लपेटा और मुझे रास्ते के किनारे-किनारे, घास के ऊपर से ले चला.
हर कदम पीड़ादायक था. मेरी टाँगों के ज़ख़्म और मेरा ज़ख़्मी पैर लगातार दर्द कर रहे थे, मगर आख़िरकार हम घर पहुँच ही गए.
ज़ख़्मों को भरने में कई हफ़्ते लग गए. साईसों ने यथासंभव मेरी सहायता की, मगर ज़ख़्म बहुत गहरे थे. वे इस बात का ध्यान रखते कि ज़ख़्म साफ़ रहें, और वे हर रोज़ पट्टियाँ बदलते. जब मैं चलने लायक हुआ, तब उन्होंने मुझे एक छोटे खेत में रखा. वहाँ मेरे पैर का पंजा और मेरी टाँगें कई हफ़्तों बाद ठीक हुईं. गहरे ज़ख़्मों और चोटों को पूरी तरह ठीक होने के लिए आराम की बहुत ज़रूरत होती है.
एक दिन लॉर्ड वेस्टलैण्ड यॉर्क के साथ खेत में आए. उन्होंने मेरी टाँगों की ओर देखा. चोटें तो काफ़ी ठीक हो गई थीं, मगर उनके निशान अभी तक वहाँ थे.
“क्या ये निशान मिटेंगे?” लॉर्ड वेस्टलैण्ड ने पूछा.
“नहीं, लॉर्ड, मुझे डर है, कि नहीं मिटेंगे,” यॉर्क ने जवाब दिया. “वे हमेशा रहेंगे.”
लॉर्ड वेस्टलैण्ड को गुस्सा आ गया. “फिर तो हमें उसे बेच देना चाहिए,” वे बोले. “कितने नुक्सान की बात है, मगर मैं ऐसी टाँगों वाले घोड़े को अपने अस्तबल में नहीं रख सकता. मुझे बहुत अफ़सोस है, क्योंकि मेरे दोस्त गॉर्डन चाहते थे, कि ब्लैक ब्यूटी को यहाँ एक अच्छा घर मिले, और मैंने वादा भी किया था उसकी देखभाल करने का. मगर तुम इसे बेचने के लिए हैम्पस्टॅड भेज देना”
इस तरह एक दिन मुझे हैम्पस्टॅड ले जाया गया, जब वहाँ घोड़े बेचे जा रहे थे.
कई लोग मुझे देखने के लिए आये. अमीर आदमी जैसे ही मेरी टाँगों के निशान देखते, दूर हट जाते. दूसरे लोग मेरे चारों ओर चक्कर लगाते, मेरे मुँह को खींच कर खोलते, मेरी आँखों को देखते, मेरी टाँगों पर हाथ फेरते, मुझे धीमी और दुलकी चाल चलाते. कोई यह सब बड़े सख़्त हाथ से करता, उनके लिए मैं बस एक मशीन भर था. कुछ और लोग मुझसे हौले से बातें करते, और धीरे से अपने प्यार भरे हाथों से छूते, मुझे थपथपाते और मेरे बारे में कुछ और जानकारी हासिल करते.
मुझे एक भला आदमी बेहद पसन्द आया. “मैं इसके साथ ख़ुश रहूँगा,” मैंने सोचा. उसके पास से बहुत अच्छी ख़ुशबू आ रही थी, और मुझे मालूम था कि वह घोड़ों को पसन्द करता था और उनके प्रति दयालु था. यह एक छोटा आदमी था, मगर धीरे-धीरे और यकीन के साथ चल रहा था, और उसके हाथ तथा उसकी आँखें दोस्ताना थीं. उसने मेरी लगाम पकड़ी और हौले से मेरी गर्दन थपथपाई.
“इस घोड़े के लिए मैं तेईस पाऊण्ड दूँगा,” उसने कहा.
मगर जो आदमी मुझे बेच रहा था, वह ज़्यादा चाहता था.
“पच्चीस पाऊण्ड बोलो, तो तुम इसे ले जा सकते हो.”
“चौबीस से ज़रा भी ज़्यादा नहीं,” छोटा आदमी बोला.
“ठीक है. मैं चौबीस ले लूँगा, और तुम्हें अपने पैसों के लिए बहुत बढ़िया घोड़ा मिला है. अगर तुम्हें कैब के लिए ज़रूरत है तो तुम इससे बहुत ख़ुश रहोगे.”
पैसे दे दिए गए, और मेरा नया मालिक मुझे एक होटल में लाया, जहाँ एक ज़ीन तैयार थी. उसने मुझे बहुत बढ़िया खाना दिया और जल्दी ही हम लन्दन के लिए निकल पड़े.